Deharadoon

देहरादून में ये हैं 'सितारों' के स्कूल

famous school of dehradun
एजूकेशन ‌हब के रूप में दुनियाभर में अपनी छाप छोड़ने वाले देहरादून के स्कूल देश के अव्वल स्कूलों की लिस्ट में शामिल हैं। फिर चाहे वो वेल्हम गर्ल्स स्कूल हो या फिर दून स्कूल। यहां के हर स्कूल की अपनी विशेषता है।

वेल्हम गर्ल्स, वेल्हम ब्वॉयज, दून स्कूल, एशियन स्कूल, सेंट जोसेफ, दून कैंब्रिज स्कूल, कैंब्रियन हॉल, कसिगा, ब्राइटलैंड ये ऐसे स्कूल हैं जो अपनी बेहतर एजूकेशन के लिए खासे प्रसिद्घ हैं।

इन स्कूलों की खासियत का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां कई प्रसिद्व अभिनेता, अभिनेत्री, राजनेता व खिला़ड़ियों ने शिक्षा प्राप्त की है।

करीना कपूर की स्कूलिंग देहरादून में
बॉलीवुड के मुख्य अभिनेत्रियों में गिनी जाने वाली करीना कपूर की स्कूलिंग देहरादून के वेल्हम गर्ल्स स्कूल में हुई है। यही नहीं सोनाली बेंद्रे ने भी इसी स्कूल से अपनी स्कूलिंग की है।

वर्तमान में लोकसभा की स्पीकर मीरा कुमार भी वेल्हम गर्ल्स की छात्रा रह चुकी हैं। अंबिका सोनी भी वेल्हम में पढ़ाई कर चुकी हैं।

'मैं हू ना' फिल्‍म के अभिनेता जायद खान की स्कूलिंग वेल्हम ब्वॉयज स्कूल से हुई है। मशहूर क्रिकेटर और सैफ अली खान के पिता मंसूर अली खान पटौदी ने भी इसी स्कूल में पढ़ाई की है। देश के कैबिनेट मिनिस्टर मणि शंकर अय्यर ने भी वेल्हम ब्वॉयज से ही शिक्षा प्राप्त की है।

अभिनेत्री उदिता गोस्वामी की स्कूलिंग भी देहरादून के डीएवी पब्लिक स्कूल से हुई है। राजनेता अरुण जेटली और अभिनेता कबीर बेदी ने दून स्कूल से एजूकेशन ली है।

इंटरनेश्‍ानल एग्जामिनेशन बोर्ड
इसके साथ ही देहरादून का कसिगा स्कूल भी अपनी शिक्षा प्रणाली के ‌लिए काफी प्रसिद्घ है। यहां सीबीएसई के साथ ही यूनिवर्सिटी ऑफ कैंब्रिज इंटरनेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड पर आधारित शिक्षा दी जाती है। यह पैटर्न पूरी तरह इंटरनेशनल बोर्ड पर आधारित है।

वेल्हम गर्ल्स स्कूल
फैकल्टी - 81
छात्राएं - 600
पता - नं. 12 सर्कुलर रोड,
डालनवाना, देहरादून 248001
फोन नं - 0135-2657223, 2659690, 2657378, 6670100
ईमेल - mainschool@welhamgirls.com
wgs_admissions@welhamgirls.com

वेल्हम ब्वॉयज स्कूल
फैकल्टी - 60
छात्र - 550
पता - 5, सर्कुलर रोड,
डालनवाना, देहरादून 248001
फोन नं - 91-135-2657120, 2652935

कसिगा स्कूल
पता - पुरकुल गांव
मसूरी हाईवे, देहरादून 248 009
ईमेल - info@kasigaschool.com
फोन नं.- 00911353205240,45,
00901353090100
सौजन्य अमर उजाला 

दून की जेल में हुई थी 'भारत की खोज'

india first prime minister dehradun connection
आधुनिक भारत के निर्माता और देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का देहरादून से नाता बहुत पुराना था। मृत्यु से एक दिन पहले नेहरू देहरादून में ही थे।

पंडित जवाहर लाल नेहरू के बारे में कहा जाता था कि जब वो राष्ट्रीय आन्दोलन के दौरान के गिरफ्तार होते तो अंग्रेजी हुकूमत से कहते कि उन्हें दून की जेल में ही रखा जाय।

राष्ट्रीय आन्दोलन के दौरान नेहरू को सबसे पहले 1932 में देहरादून जेल के वार्ड में रखा गया था। उसके बाद 1933, 1934 और फिर 1941 में उन्हें यहां रखा गया था।

डिस्कवरी ऑफ इंडिया लिखने की प्रेरणा
भारत के लिए पंडित नेहरू की जेल की यह कोठरी इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि नेहरू को अपनी विख्यात पुस्तक ‘डिस्कवरी ऑफ इंडिया’ लिखने की प्रेरणा यहीं मिली थी और उस पुस्तक के अधिकांश हिस्से इसी कोठरी में लिखे गए थे।

देहरादून की यह जेल इसलिए भी खास है क्योंकि नेहरू की पुत्री इंदिरा गांधी इसी वार्ड में उनसे मिलने आती थी। नेहरू के दोनों नाती राजीव और संजय गांधी देहरादून के ही दून स्कूल में पढ़े थे। वह इन दोनों को मिलने भी देहरादून आते थे। नेहरू की बहन श्रीमती विजयलक्ष्मी पंडित और करीबी रिश्तेदार बीके नेहरू ने देहरादून के राजपुर रोड स्थित अपने घरों पर जीवन की अंतिम सांसें ली थी।

देहरादून की शान है विश्व शांति का यह स्तूप


buddha temple
क्लेमेनटाउन स्थित बुद्घा टेंपल गार्डन में मौजूद यह मोनेस्ट्री बौद्घ मोनेस्ट्री है। यह स्तून रोजाना सुबह नौ बजे से लोगों के खोल दिया जाता है। इस महान स्तूप की ऊंचाई 185 वर्ग फुट और चौड़ाई 100 फुट है।

मुखौटे पर सुंदर कला
यह दुनिया का सबसे बड़ा स्तूप है और यह बौद्घ कला व स्थापत्य कला का शानदार नमूना है। यह स्तूप दो एकड़ में फैले गार्डन से घिरा हुआ है। इसके मुखौटे पर सुंदर कला की गई है। सभी के लाभ और विश्व शांति के लिए इस स्तूप का निर्माण 28 अक्टूबर 2002 में किया गया।सौजन्य अमर उजाला 

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